प्रयागराज हिंसा के मुख्य आरोपी जावेद मुहम्मद ‘पंप’ के घर को ढायें जाने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार तथा पुलिस अपने ही बिछाए हुए जाल में फंसती हुईं नजर आ रही है। जावेद मुहम्मद की छोटी बेटी सुमैया फातिमा ने मिडिया से बातचीत करते हुए कहा कि ‘मेरे पापा ने हमेशा प्रशासन का साथ दिया है। जिस घर को गिराया गया है उसी में अक्सर पुलिस के अधिकारी चाय पीने के लिए आते रहे हैं। लेकिन अब उन्होंने भी अपना रंग बदल दिया है। जिस घर पर बुलडोजर चलाया गया है वह अब्बू के नहीं अम्मी परवीन फातिमा के नाम पर है।’ जावेद मुहम्मद के पारिवारिक वकील के के राय ने मिडिया को पेपर दिखाया जिसमे साफ-साफ दिखाई दे रहा है कि जल विभाग को 578 रूपए का भुगतान किया गया है,वही 28 जनवरी को प्रयागराज नगर निगम के द्वारा परवीन फातिमा के नाम से जारी एक रसीद पर 2020-21 हाउस टैक्स भी जमा है।
लेकिन सभी बिलो के भुगतान के बाद भी प्रयागराज प्रशासन ने 24 घंटे पहले नोटिस जारी करके घर को ढाह दिया। प्रयागराज विकास प्राधिकरण के अनुसार मुहम्मद जावेद का घर उत्तर प्रदेश शहरी योजना और विकास कानून 1973 का उलंघन कर के बनाया गया है।
लेकिन मुहम्मद जावेद के परिवार तथा पारिवारिक वकील के अनुसार वह घर जावेद के नाम पर है ही नहीं और प्रयागराज विकास प्राधिकरण द्वारा जो नोटिस प्राप्त हुआ है वह मुहम्मद जावेद के नाम पर है। ऐसी स्तिथि में प्रयागराज विकास प्राधिकरण तथा प्रयागराज प्रशासन की करवाई कानुनन अवैध होने का अंदेशा जताया जा रहा है।