ब्रिटेन की कंजर्वेटिव पार्टी के नेता और प्रधानमंत्री के चुनाव की प्रक्रिया निर्णायक चरण में पहुंच चुकी है। भारतीय मूल के ऋषि सुनक इस दौड़ के अंतिम उन दो उम्मीदवारों में से एक हैं, जिनकी किस्मत का फैसला कंजर्वेटिव पार्टी के एक लाख साठ हजार सदस्य करेंगे। वही भारत मूल के सुनक की जीत के लिए भारत में भी काफी उत्साहित हैं, कई लोगों ने तो मुबारकवाद देना भी शुरू कर दिया है, पर आपको बता दे विजेता के चयन के नतीजे की घोषणा पांच सितंबर को होगी। यानि अभी मुबारकवाद में थोडा सा समय और है।
वही बता दे पांचवें और आखिरी दौर में सुनक के अलावा विदेश मंत्री लिज ट्रस और वाणिज्य मंत्री पेनी मोरडॉन्ट मुकाबले में थीं। अंतिम दौर में ऋषि सुनक ने 147 वोट हासिल किए जबकि ट्रुस को 113 वोट मिले और मोरडॉन्ट सबसे कम 105 वोट के साथ मुकाबले से बाहर हो गईं। अब पार्टी सदस्य पूरे देश में पोस्टल बैलेट के जरिए चुनाव करेंगे जिससे ब्रिटेन के राजनैतिक इतिहास में यह पहला मौका है जब कोई ब्रिटिश-भारतीय नेता प्रधानमंत्री बनने के इतने करीब पहुंचा है।
इस वक्त विश्लेषक भी नतीजे पर कयास लगाने से परहेज कर रहे हैं। सुनक चुनाव के पहले दौर से ही बढ़त बनाए हुए थे जो अंत तक कायम रही है। सुनक को राजनीति में उतरे ज्यादा वक्त नहीं हुआ है लेकिन वे कम वक्त में ही एक जाना-पहचाना चेहरा बन कर उभरे हैं। जिस मजबूती के साथ उन्होंने शुरूआत से दावेदारी पेश की और सांसदों के वोटों के जरिए लड़ाई के अंतिम दौर तक पहुंचे उससे साफ है कि सांसदों में उनकी पैठ है।
ऋषि सुनक की शादी भारतीय उद्यमी और सूचना-प्रौद्योगिकी कंपनी इंफोसिस के सह-संस्थापक NR नारायण मूर्ति की बेटी अक्षता मूर्ति के साथ हुई है। साथ ही सुनक अपने पुराने इंटरव्यूज में अपनी भारतीय जड़ों का जिक्र बार-बार करते नज़र आते हैं। कि उनका संबंध ऐसे भारतीय परिवार से है, जिसे एक नई जिंदगी की तलाश में अपना देश छोड़ कर आना पड़ा था।
Written By
Vaishali Rastogi