श्रीलंका में प्रधानमंत्री कार्यालय ने देश में आपातकाल लगाने की घोषणा की, इससे गुस्साए प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री कार्यालय को घेर लिया। वही स्पीकर ने रानिल विक्रमसिंघे को देश का कार्यकारी राष्ट्रपति नियुक्त किया है, पुलिस प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसूगैस के गोले दागे। लेकिन प्रदर्शनकारी बेकाबू नज़र आ रहे थे। वही पश्चिमी प्रांत में कर्फ्यू लगा दिया गया है इससे पहले श्रीलंका में 6 मई को अभूतपूर्व आर्थिक संकट और सरकार विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए दो सप्ताह पहले आपातकाल लागू किया था. फिर बाद में सरकार ने हालात सुधरते देख 21 मई को आपातकाल हटा लिया था।
श्रीलंका के कार्यवाहक राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने सुबह 5 बजे तक कर्फ्यू का ऐलान किया विक्रमसिंघे ने सेना और पुलिसबल को कानून-व्यवस्था कायम करने के लिए काम करने की पूरी छूट दी है टेलीविज़न पर दिए एक भाषण में श्रीलंका की सेना और पुलिस को आदेश दिए हैं कि श्रीलंका में कानून व्यवस्था लागू करने के लिए जो बन सके करें। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारी उन्हें जिम्मेदारियां निभाने से रोकना चाहते हैं।
आपातकाल लागू होने के बीच सर्वदलीय बैठक हुई। नेता चाहते हैं कि राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे के त्यागपत्र के आधिकारिक ऐलान के पहले प्रधानमंत्री पद छोड़ दें वही अमेरिकी दूतावास ने श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में राजनैतिक और आर्थिक संकट को देखते हुए अपनी सेवाएं अगले दो दिन के लिए बंद कर दी हैं। दूसरी तरफ खबरों के मुताबिक, आंसू गैस के गोले छोड़े जाने से 26 साल के युवक को सांस लेने में परेशानी महसूस हुई और उसकी मौत हो गई। सुरक्षाकर्मियों ने हवाई फायरिंग भी की राष्ट्रपति गोटाबाया ने गिरफ्तारी की बढ़ती आशंका को देखते हुए वो इस्तीफे से पहले ही देश से भाग गए। इसके बाद गुस्साए लोग नारे लगा रहे हैं और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं।
Written By
Vaishali Rastogi