PUBG हत्याकांड में एक नया मोड़ सामने आया है। इस नए मोड़ से पुलिस पर भी सवाल उठने लगे हैं। बाल सुधार गृह में आरोपी बेटे से मुलाकात करके लौटे परिवार के एक सदस्य ने मिडिया से बातचित करते हुए बताया की पिता के ही उकसाने पर बेटे ने मां की हत्या की थी। युवक माँ के अवैध सम्बन्ध से बहुत परेशान था। माँ को गोली मारने के पीछे का कारण पबजी गेम था ही नहीं, जैसा कि पुलिस ने अपने स्क्रिप्ट में बताया था। युवक के रिस्तेदार ने कहा ये परिवार ने नहीं पुलिस ने गढ़ी थी। ताकि एक बड़े बिल्डर को बचाया जा सके।
सबसे पहले मां की हत्या की बात आरोपी किशोर ने अपने पिता को वीडियो कॉल कर बताई थी और उसने आसनसोल में तैनात अपने फौजी पिता को यह भी बताया था कि घर में एक बिल्डर आता है और मां की उससे दोस्ती है।
कॉल रिकॉर्डिंग से बिल्डर और मां की दोस्ती सामने आई
इस हत्याकांड की जमीन एक साल पहले तैयार हुई थी। जब आरोपी बेटा अपने मामा के घर बनारस से लखनऊ वापस आया। उसने मां साधना के मोबाइल में कुछ कॉल रिकार्डिंग सुनी। इसमें उसकी मां किसी शख्स से बात कर रही थी। बेटे को अंदाजा हो गया कि पिता की बाहर पोस्टिंग होने की वजह से मां किसी दूसरे इंसान के करीब चली गई हैं।
एक बेटे के लिए ये बर्दाश्त करना थोड़ा मुश्किल हो गया। उसने आसनसोल में पिता नवीन को फोन करके ये बातें बताई। एक रिकॉर्डिंग भी उन्हें बतौर सबूत भेजी। ये वो घटनाक्रम था। जहां से पिता और मां के बीच झगड़े शुरू हुए। पिता नवीन के पूछे सवालों पर मां साधना जवाब नहीं दे पा रहीं थी।
बिल्डर के बर्थडे गिफ्ट से शुरू हुई हत्या की प्लानिंग
साधना को लेकर बाप-बेटे में प्लानिंग चल रही थी। इसी बीच अक्टूबर में बेटे का बर्थडे आ गया। इस दिन बिल्डर बड़ा गिफ्ट लेकर घर आया। ये एक और मौका था, जब नवीन और उनके बेटे का शक पक्का हो गया। उस रात नवीन का साधना से फोन पर झगड़ा हुआ। ये वो घटनाक्रम था, जब बाप और बेटे के दिमाग में साजिश की शुरुआत हुई। जिसके तहत साधना का कत्ल किया गया।
पिता ने लखनऊ में पिस्टल चलाना सिखाया था
मुलाकात करने पहुंचे रिश्तेदार ने जब बेटे से पूछा, ‘पिस्टल चलाना कैसे सीखा?’ उसने जवाब दिया, ‘कुछ साल पहले पापा की पोस्टिंग राजस्थान में थी। तब सब वहीं रहते थे। हमारे क्वार्टर के पास फायरिंग रेंज थी। हर रोज रिहर्सल होता था। मैं फौजियों को गोली चलाते देखता था। जब हम लखनऊ आए तो पापा ने पिस्टल चलाना सिखाया था।’