सिद्धू मूसेवाला की मौत के बाद रिलीज़ हुए उनके गाने एसवाईएल को यूट्यूब से रिमूव कर दिया गया है। इस गाने को एसवाईएल नाम देने के पीछे सतलज यमुना लिंक कैनाल की पुरानी घटना को कुरेदना था। 214 किलोमीटर लंबी सतलुज-यमुना लिंक नहर पंजाब और हरियाणा के बीच बीते तीन दशकों से विवाद का विषय है। और इसी विवाद को लेकर, ये गाना रिलीज़ के बाद से ही विवादों में घिरा हुआ है।
पंजाबी सिंगर मूसेवाला की मई में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जिसके बाद उनके द्वारा लिखे और कंपोज्ड किए गए इस गाने को यूट्यूब पर रिलीज किया गया था/ ये गीत संगीत निर्माता एमएक्सआरसीआई द्वारा शुक्रवार यानी 23 जून के दिन यूट्यूब पर जारी किया गया था। हालाँकि, अब ये विडियो यूट्यूब पर उपलब्ध नहीं है।
सिद्धु मूसेवाला का ये गाना पंजाब का बहुत ही पुराना लेकिन वर्षो से चल रहा विवाद SYL की बात के साथ ही, अविभाजित पंजाब, 1984 के सिख दंगे, सिख आतंकवाद, सिख कैदी और किसान आंदोलन के दौरान लाल किले पर सिख झंडा फहराने, बलविंदर जट्टाना के साथ इन मुद्दों का जिक्र है यह गाना कुछ ही घंटे में पूरी दुनिया में वायरल हो गया था।
वही गाने के बोल है कि हमें हरियाणा और हिमाचल दो. पानी की बात तो बाद में करेगें पहले हमें हमारा हक दो। हरियाणा को पानी दिए जाने के विरोध में इस कैनाल के दो इंजीनियरों की साल 1990 में हत्या कर दी गई थी। इस गाने में उस हत्यारे बलविंदर सिंह जटाना की तारीफ की गई थी।
यह सतलज यमुना लिंक कैनाल पंजाब और हरियाणा के बीच जल-बंटवारे को लेकर दशकों से चला आ रहे विवाद का केंद्र रहा है। और इस गाने में एसवाईएल के चीफ इंजीनियर एमएल सिकरी और सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर एएस औलख की न केवल हत्या का जिक्र किया गया था बल्कि हत्यारे बलविंदर सिंह जटाना समेत कई खालिस्तानी आतंकियों की तस्वीरों का भी उपयोग किया गया था।
बता दें कि जटाना ने 23 जुलाई 1990 को एसवाईएल के चंडीगढ़ ऑफिस में जाकर दोनों इंजीनियरों की हत्या कर दी थी इस गाने में आतंकी बलविंदर सिंह जटाना का महिमामंडन करते हुए कहा गया कि अगर हरियाणा को पानी देने का प्लान वापस नहीं लोगे तो बलविंदर सिंह जटाना जैसा कोई और आएगा।
एसवाईएल सॉन्ग में सिख बंदियों को रिहा करने की भी मांग की गई, शिरोमणि अकाली दल (बादल) और शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) ने संगरूर लोकसभा उपचुनाव के प्रचार अभियान में इस मुद्दे को खूब उछाला था।