नए वेतन संहिता को लेकर चर्चा अब और तेज होती नज़र आ रही है, क्योंकि चालू महीना खत्म हो रहा है और अनुमान लगाया जा रहा है कि मोदी सरकार मजदूरी, सामाजिक सुरक्षा, औद्योगिक संबंधों और व्यवसाय सुरक्षा, स्वास्थ्य और काम करने की स्थिति पर चार श्रम संहिताओं को 1 जुलाई से लागू कर सकती है।
अगर इन श्रम संहिताओं को लागू किया जाता है, तो नया वेतन कोड, कर्मचारियों के काम के घंटों, वेतन पुनर्गठन, पीएफ योगदान, और अर्जित की छुट्टियों से प्रभावित होगा। हालांकि ये केवल शुरुआती अटकलें हैं, इसलिए सरकार द्वारा आधिकारिक तौर पर नियमों को अधिसूचित करने तक कुछ भी ठोस अनुमान नहीं लगाया जाना चाहिए।
अगर नई वेतन संहिता 2022 लागू किया जाता है, तो इन चीजों में बदलाव हो सकता है:
नई वेतन संहिता, आपके वेतन को प्रभावित कर सकती है, इससे आपका आपका इन-हैंड सैलरी कम हो जाएगा। वेतन कोड 2019 पर सरकार की अधिसूचना के अनुसार, आपको इन हैण्ड मिलने वाला वेतन कम हो सकता है , जबकि पीएफ और ग्रेच्युटी जैसे घटक बढ़ सकते हैं।
दूसरा, नई वेतन संहिता आपके वेतन में मिलने वाले भत्तो पर भी प्रभाव डालेगी, साथ ही, यदि उपरोक्त प्रावधान लागू हो जाता है, तो इसका मतलब यह होगा कि कर्मचारी भत्ते के रूप में अपने शुद्ध मासिक वेतन का 50 प्रतिशत से अधिक प्राप्त करने में सक्षम नहीं होंगे।
तीसरा, न्यू वेज कोड आपके भविष्य निधि को सकारात्मक रूप से प्रभावित करेगा। नए वेतन संहिता के लागू होने के बाद, आपका पीएफ बढ़ जाएगावही अगले प्रभाव की बात करे तो नया वेतन सहिंता, काम करने के समय को भी बढ़ा देगा, यानी उस मामले में आपका वीक ऑफ़ 2 दिन से ज़्यादा होगा, वही काम 12 घंटे प्रतिदिन हो सकता है।
नए वेतन कोड के कार्यान्वयन के बाद, अर्जित छुट्टी नीति में बड़े बदलाव हो सकते हैं, अभी की बात करे तो सरकारी विभाग 1 वर्ष में 30 छुट्टियों की अनुमति देता है और रक्षा कर्मचारियों को 1 वर्ष में 60 छुट्टियां मिलती हैं। वही नयी सहिंता से 300 छुट्टियां तक मिल सकेंगी, हालांकि लेबर यूनियन नए कोड में छुट्टियों की संख्या को 450 तक बढ़ाने की मांग कर रहा है।