महाराष्ट्र: महाराष्ट्र में एकनाथ शिंदे के द्वारा नव गठित सरकार ने विधानसभा में फ्लोर टेस्ट को पास कर लिया है। मतलब कि, सरकार बहुमत साबित करने में सफल रही है। विधानसभा में 164 विधायकों ने मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का समर्थन किया है। स्पीकर राहुल नार्वेकर के वोट की गिनती नहीं हुई, नहीं तो स्पीकर राहुल नार्वेकर के वोट को मिलाकर यह आंकड़ा 165 हो जाता।
वहीं नवगठित सरकार के विरोध में हुई वोटिंग में 99 वोट पड़े, यानी कि महा विकाश अघाड़ी के समर्थन में गए हैं। बता दें, विधानसभा में वोट देते हुए कांग्रेस विधायक कैलास गोरंट्याल ने कहा, राजनीति में पहले साम, दाम, दंड, भेद जरूरी था। लेकिन अब ईडी, सीबीआई और गवर्नर जरूरी है। इस पर शिंदे गुट ने एतराज जताया। वहीं, उद्धव की शिवसेना के विधायक संतोष बांगड ने शिंदे सरकार के समर्थन में वोट किया। दरअसल, संतोष ने फ्लोर टेस्ट से पहले ही उद्धव की शिवसेना को छोड़कर शिंदे गुट में शामिल हुए थे।
शरद पवार की अपने विधायकों के ये सलाह
जानकारी के मुताबिक शरद पवार ने अपने विधायकों को अहम सलाह दी है। उनके संबोधन में शामिल एक नेता ने बताया कि महाराष्ट्र में नवगठित सरकार अगले पांच से छह महीने में गिर सकती है, जिसके लिए हम सभी विधायकों और नेताओं को मध्यावधि चुनाव के लिए तैयार रहने को कहा है। नेता ने आगे बताया कि, पवार ने ये भी कहा कि शिंदे का समर्थन कर रहे कई बागी विधायक मौजूदा स्थिति से खुश नहीं है। विभागों का बंटवारा होने के बाद इन सभी का असंतोष सामने देखने को मिलेगा जिसका नतीजा सरकार गिरना साबित होगा। पवार ने संबोधन में आगे कहा कि, ये पूरी संभावना है कि इस सब के बाद कई बागी विधायक अपनी मूल पार्टी में वापस आ जाए। उन्होंने कहा कि, पार्टी अध्यक्ष ने विधायकों को अपने-अपने विधानसभा क्षेत्रों में ज्यादा वक्त बिताने को कहा है।