श्रीलंका अपने इतिहास के सबसे बुरे आर्थिक संकट से गुजर रहा है। पूरी दुनिया में इसके चर्चे हैं की आखिर श्रीलंका कंगाली की हालत में कैसे पहुंचा? इसकी कई वजहें हैं, मगर वर्तमान संकट के पीछे टैक्स कटौती, पर्यटन इंडस्ट्री का कमज़ोर होना बड़ी वजह है। नतीजा हुआ कि श्रीलंका का कर्ज प्रबंधन कार्यक्रम ध्वस्त ही हो गया। श्रीलंका पर फरवरी तक 12.55 बिलियन डॉलर का कर्ज था, जिनमें से करीब 4 बिलियन उसे इसी साल चुकता करना है।
श्रीलंका अपने हालातों से निपटने को तैयार नहीं हो पा रहा है श्रीलंका में आर्थिक संकट के बीच सियासी हालात भी बदल रहे हैं। जहां 9 जुलाई को देश में भारी विरोध प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने ऐलान किया था कि आज यानी 13 जुलाई को वो अपने पद से इस्तीफा दे देंगे, वही आज जब इस्तीफे का दिन आया तो वे देश से फरार हो चुके हैं।
श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे बुधवार सुबह अपनी पत्नी और 2 बॉडीगार्ड्स के साथ मालदीव फरार हो चुके हैं। मालदीव के अधिकारी उन्हें एयरपोर्ट पर लेने भी पहुंचे थे । श्रीलंका के प्रधान मंत्री कार्यालय ने पुष्टि की, कि राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे ने देश छोड़ दिया है। गोटाबाया मालदीव की राजधानी माले फरार हो चुके हैं वही लोगों में आक्रोश बढता नज़र आ रहा है।
प्रदर्शनकरी भारी संख्या में रोड पर उतर चुके हैं भारी पुलिस बल तैनात है पर, पर भीड़ पर काबू नहीं पाया जा रहा है, लोग संसद की ओर बढ़ रहे हैं वही श्रीलंका के कानून के मुताबिक, अगर कोई राष्ट्रपति अपना कार्यकाल पूरा होने से पहले कुर्सी छोड़ता है तो संसद के किसी सदस्य को उस पद पर बैठाया जाता है। यह काम राष्ट्रपति के इस्तीफे के एक महीने के अंदर करना होता है।
Written By
Vaishali Rastogi