देश में चल रही राजनीतिक नदी में बीजेपी की लहर सबसे तेज़ और ऊँची है, 18 राज्यों में बीजेपी की सरकार है, और ये हकीकत 2014 से पहले किसी ने सोची भी नहीं होगी। आज उन चीजों पर बात करेंगे, जो देश की सियासत में आई हैं, जिसने सबको हैरान कर दिया है। 2014 से पहले बीजेपी अस्तित्व में आयेगी ये अंदाज़ा भले लगाया जा सकता था पर, इतनी मजबूती से आयेगी की विपक्ष कही गायब ही हो जाएगा सोचा नही था।
देश के बड़े पद पर वो व्यक्ति पहुंच जाता है, जो कभी रेलवे स्टेशन पर चाय बेचता था। ये 2014 का मोड़ एक नया रास्ता खोल गया था। प्रधानमंत्री का पद देश में सबसे बड़ा है, और राह इतनी जटिल है की कोई साधारण व्यक्ति वहां पहुंच पाने का ख्वाब भी नहीं देखता। वहीं नरेंद्र मोदी वहां पहुंचे जो कभी अपने परिवार की जीविका के लिए चाय बेचा करते थे। जब देश में विरासत की राजनीति चल रही थी, तब 2014 से पहले किसे पता था कि कोई चायवाला भी प्रधानमंत्री बन सकता है?
वही ये भी किसी ने नहीं सोचा था की लोकसभा में मायावती की पार्टी जीरो की ओर बढ़ती नज़र आयेगी, बहुजन समाज पार्टी एक मात्र ऐसी दलित पार्टी है, जिसे किसी राज्य में पूर्ण बहुमत के सरकार चलाने का गौरव प्राप्त हुआ। मायावती की पार्टी ने 2012 में अब तक का सबसे शानदार प्रदर्शन किया। और लोकसभा में 20 सांसद पहुंचाए। लेकिन 2014 के आम चुनावों मे बसपा को एक भी लोकसभा की सीट नहीं मिली। पार्टी को जीरो मिला। 2014 से पहले किसे पता था मायावती की पार्टी जीरो सीट पर सिमट जाएगी?
वही किसी ने ये भी नहीं सोचा था की राहुल गाँधी की छवि बदल जाएगी। 2014 आने से पहले राहुल गांधी एक उभरते सितारे थे। कांग्रेस में नंबर दो पर और प्रधानमंत्री पद के दावेदार थे। लेकिन आज की बात करे तो राहुल गाँधी विपक्ष के रूप में मजबूत चेहरा दिखाई नही देते हैं पार्टी के भीतर भी उनकी कार्यप्रणाली को लेकर सवा। उठते रहते हैं। 2014 से पहले किसी ने सोचा भी न होगा कि ऐसा हो सकता है।
वही 2014 से पहले अमित शाह गुजरात के गृह राज्यमंत्री थे लेकिन लोकसभा चुनाव के दौरान उनका कद तेजी से बढ़ा नरेंद्र मोदी के बाद वे भाजपा के सबसे ताकतवर नेता माने जाते हैं। लोग उन्हें बेहतरीन रणनीतिकार की तरह देखते हैं। 2014 के पहले किसने सोचा था मुकदमे झेल रहा एक नेता इतना ताकतवर हो सकता है।
समाजवादी पार्टी डॉ. लोहिया की विचारधारा पर चलने का दावाकरती है, जिसकी विचारधारा में साधारण जीवन गरीबों की भलाई की बात की गई है। लेकिन मुखिया मुलायम सिंह यादव ने अपने 75वें जन्मदिन पर लंदन से मंगाई बग्घी पर सवारी की, फिर 75 फिट लंबा केक भी काटा। यह भी समाजवाद का नया रूप था जो 2014 के बाद सामने आया था।
Written By
Vaishali Rastogi