सेना में भर्ती के लिए लाई गई ‘अग्निपथ स्कीम’ के खिलाफ बिहार में भारी बवाल,कई जिलों में रेलवे ट्रेक तथा मुख्य सड़क पर छात्रों का कब्ज़ा, आरा रेलवे स्टेशन को भगदड़ के कारण कराया गया खाली। युवाओं ने सरकार पर उन्हें मूर्ख बनाने का लगाया आरोप।
केंद्र सरकार द्वारा लाई गई अग्निपथ स्कीम के खिलाफ आज देश भर में विरोध प्रदर्शन प्रारम्भ हो गया है। प्रदर्शन का सबसे ज्यादा असर बिहार,हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में देखने को मिल रहा है।
प्रदर्शन से जुड़ी कुछ खास बातें :
बिहार के कई शहरों के मुख्य मार्ग पर युवाओं ने विरोध प्रदर्शन किया. खास कर आरा, बक्सर तथा छपरा में सेना की बहाली की तैयारी करने वाले छात्र प्रदर्शन के दौरान उग्र हो गए और रेल ट्रैक जाम कर दिया. युवाओं ने दिल्ली-हावड़ा रूट पर बक्सर स्टेशन पर जनशताब्दी एक्सप्रेस को भी रोक दिया।
बिहार के मुजफ्फरपुर में प्रदर्शन का भारी असर देखने को मिल रहा है। स्कीम अग्निपथ का विरोध करने वाले युवाओं ने नेशनल हाईवे-28 को जाम कर दिया है। युवाओं ने रेलवे स्टेशन के पास चक्कर चौक पर जमकर हंगामा किया और आग जलाकर रोड जाम किया।आगजनी वाले स्थान से करीब आधा किलोमीटर की दूरी पर चक्कर मैदान है। जहां सेना की बहाली होती है।
बिहार के छपरा में स्कीम अग्निपथ का विरोध करने वाले युवाओं ने पैसेंजर ट्रैन को आग के हवाले कर दिया, छपरा-सिवान मुख्य मार्ग तथा छपरा-गोपालगंज मुख्य मार्ग को भी जाम किया।
प्रदर्शन कर रहे युवक ने मिडिया से बातचीत करते हुए कहा की “मैं दो साल से दौड़ रहा हूं और खुद को शारीरिक रूप से तैयार कर रहा हूं। क्या अब मैं सिर्फ चार साल की नौकरी करूंगा?” एक अन्य युवक ने कहा कि केवल चार साल की सेवा का मतलब होगा कि हमें उसके बाद अन्य नौकरियों के लिए फिर से पढ़ाई करनी होगी और अपनी उम्र के अन्य युवाओं से पीछे रहना होगा।
प्रदर्शनकारियों का कहना है कि केवल चार साल की नौकरी के बाद वह क्या करेंगे? क्या हम सिर्फ चार साल की नौकरी के लिए तैयारी कर रहे हैं और क्या 30 हजार रुपये में घर चल जाएगा? सेना भर्ती की तैयारी करने वाले दूसरे युवा ने कहा कि चार साल बाद नौकरी मिलने की क्या गारंटी रहेगी? अगर नौकरी नहीं मिली तो आगे क्या होगा?
भारत सरकार की इस योजना की सेना में रहे कई पूर्व अधिकारी भी आलोचना कर रहे है और बहुत सारे गंभीर सवाल उठा रहे है। पूर्व अधिकारीयों ने कहा की 4 साल की नौकरी होने के कारण अधिकारी सिर्फ वक्त काटने की कोशिश करेंगे मेजर जनरल बीएस धनोआ (सेवानिवृत्त) ने ट्वीट किया, “सशस्त्र बलों के लिए हाल ही में घोषित भर्ती नीति के लिए दो सिफारिशें हैं। पहला कि सेवा अवधि को सात साल तक बढ़ाया जाए और दूसरा कि जो लोग सेवा जारी रखने के इच्छुक हैं उनका कोटा कम से कम 50% किया जाए।
पूर्व सेना प्रमुख और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह से स्कीम अग्निपथ के बारे में पूछे जाने पर कहा कि उन्हें इस बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है, लेकिन स्कीम अग्निपथ के लागू होने तक तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी।
17.5 वर्ष से 21 वर्ष की आयु के युवाओं को तीनो सेनाओ में चार वर्ष के लिए अग्निवीर के रूप में शामिल किया जाएगा. 2022 में 46 हजार से अधिक अग्निशामकों की भर्ती की जाएगी। अग्निवीरों को 30 हजार रुपये से 40 हजार रुपये मासिक वेतन का भुगतान किया जाएगा। उन्हें स्कीम अग्निपथ में कार्यरत अवधि के दौरान 48 लाख रुपये का बीमा कवर भी मिलेगा।
EPF/PPF की सुविधा के साथ अग्निवीरों को पहले साल 4.76 लाख रुपये मिलेंगे वहीं चौथे साल में वेतन 40 हजार यानी सालाना 6.92 लाख रुपये मिलेंगे. भत्ते के तौर पर जोखिम, राशन, वर्दी और यात्रा में उपयुक्त छूट मिलेंगे। वहीं सेवा के दौरान डिसेबल होने पर नॉन-सर्विस पीरियड का कुल पे और इंट्रेस्ट भी मिलेगा। स्कीम अग्निपथ सेवा निधि को आयकर से छूट दी जाएगी।
अग्निपथ स्कीम की इस अवधि के दौरान अग्निवीरों को कई तरह की ट्रेनिंग दी जाएगी। वहीं 4 वर्ष की सेवा के बाद उन्हें प्रमाण पत्र दिया जाएगा। साथ ही नागरिक समाज में शामिल किया जाएगा। अगर काल के दौरान मौत होने पर 44 लाख रुपये की अतिरिक्त अनुग्रह राशि दी जाएगी। वही विकलांगता की स्थिति में डॉक्टर की रिपोर्ट के आधार पर सौ प्रतिशत पर 44 लाख, ७५ प्रतिशत पर 25 लाख और 50 प्रतिशत पर 15 लाख की अनुग्रह राशि दी जाएगा।